पुन कई दs ! खून कई दs !
पुन कई दs ! खून कई दs !
बिना सवतिया के रह ना सकेलs
हमरा के झूठहु तू झाँसा में रखेलs
रह ना सकेलs !
बुझलs ?
झाँसा में रखेलs !
जिन्दे में ई दिन देखे के परताटे
एकरा से निक चल जईती दखिन घाटे
एक बार दिल के सुकून कई दs
सुकून कई दs !
ऐ राजा जी एगो पुन कई दs
ऐ ..!
अपने ही हाथे हमार खून कई दs
ऐ राजा जी एगो पुन कई दs
अपने ही हाथे हमार खून कई दs
अपने ही हाथे हमार खून कई दs !
इहे करे के रहे तs बोलs काहे बियाह कईलs
हँसे खेले वाला जिनिगिया तबाह कईलs
ऐ राजा जी ..!
तहरा बारे में सब जानी हो
जानी हो ..!
बाड़s निमन कईसे मानी हो
मानी हो ..!
काठ के करेजवा तू सून कई दs
ऐ ..!
अरे ऐ राजा जी एगो पुन कई दs
अपने ही हाथे हमार खून कई दs
ऐ राजा जी एगो पुन कई दs
अपने ही हाथे हमार खून कई दs
खून कई दs ! पुन कई दs !
कास तहरे खानी हमरो रहित लकम हो
एतना ना करती केयर पिया हम हो
ऐ राजा जी ..!
ऐ विजय तनिको अफसोस ना होई
हमके मुआ दs तोहार दोष ना होई
शिल्पी खातिर नाया कानून कई दs
ऐ ..!
ऐ राजा जी एगो पुन कई दs
अपने ही हाथे हमार खून कई दs
अरे ऐ राजा जी एगो पुन कई दs
अपने ही हाथे हमार खून कई दs