मेन गेट बंद बड़ुवे !
अरे आईल बानी मिले खातिर खतरा उठा के
अईनी त जाईब हम जतरा बना के
बुझलु ?
बिना किश लेले नहीं जायेंगे !
अरे आईल बानी मिले खातिर खतरा उठा के
अईनी त जाईब हम जतरा बना के
आ …!
तोर दुवरे प सुतल सजन बड़ुवे
ओह हो !
हो सजन बड़ुवे
आँख उठा के देख !
की यरउ जंगला से छुल सब धन हो, की मेन गेट बंद बड़ुवे
की यरउ जंगला से टोल सब धन हो, की मेन गेट बंद बड़ुवे
मेन गेट बंद बड़ुवे !
गिरत भहरात गोरी गावे तोहरा अईनी
अले मेला बाबू !
मिले के जागल रहे ताव हो
ऐ गोरी
का ?
झूठो के खालू काहे भाव हो
तहार तुरब नाही मन खुश कके भेजब धन
देई देम हम एनर्जी खर्च भईल बा जवन
बुझाईल ?
त लागे जाईब धराई तेज धड़कन बड़ुवे
ना ना !
धड़कन बड़ुवे
बाबू !
की यरउ जंगला से छुल सब धन हो, की मेन गेट बंद बड़ुवे
की यरउ जंगला से टोल सब धन हो, की मेन गेट बंद बड़ुवे
अखिलेश खेसारी गलती कई देले भारी
काहे ?
आके तोरा घर के पिछुवारी
अगे माई गे माई !
ऐ प्यारी हो
का हो ?
चल जाईब लागे मनवा मारी हो
सुन अभय सम्राट तू समझ हमार बात
मिले जईसन आज रात के ना बड़ुवे हालात
पलुज ..!
त तोहके देखिये के मन प्रसन्न बड़ुवे
ही ही ..!
प्रसन्न बड़ुवे
की यरउ जंगला से छुल सब धन हो, की मेन गेट बंद बड़ुवे
की यरउ जंगला से टोल सब धन हो की मेन गेट आ भाक बंद बड़ुवे नु सखी
चलिए संग्राम जी दिल टूट के चकनाचूर हो गया !
फेविकोल दी का थोड़किये सा !!