हम प्यार के शुरुआती में, जगनी पूरा राती में
रे पिया …!
कईसन ई बिमारी दिहला, सब नींद चैन ले लिहलअ
रे पिया …!
बेसुध बेबस बेजान भईल, हमार नब्ज नब्ज बेईमान भईल
बेसुध बेबस बेजान भईल, हमार नब्ज नब्ज बेईमान भईल
लागे भईनी रोगिया …!
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया जोगिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया
तोहरे में रहीं डूबल, हम आठो रे पहरिया
ना बुझाला कब हो जाला, सांझे से भोरहरिया
किरिन जब फूटेला धीरज तब टूटेला
तहसे मिले खातिर मन में हुक उठेला
एको पल एको छन मन ना लागे
हिरनी बन के पीछे भागे
छछ्नेला रे जिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया जोगिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया
जोगिया रे जोगिया मन जोगिया, मदमस्त मस्त मदमस्त मलंग
जोगिया रे जोगिया रे जोगिया, मदमस्त मस्त मदमस्त मस्त
ना भूख लगे ना प्यास लगे
जब इश्क में रंगे मन जोगिया
थोड़ा जोग लगे थोड़ा रोग लगे
जब इश्क में रंगे मन जोगिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया
मदमस्त मलंग भईल मन जोगिया
की एगो कोहड़ा के फूलवा हम देखनी
की एगो कोहड़ा के फूलवा हम देखनी