धुआँ हो जाई !
भले धुआँ हो जाई !
पईसा देखाव ना राईफल में खोस के, काबू में राख जवनिया के जोश के
पईसा देखाव ना राईफल में खोस के, काबू में राख जवनिया के जोश के
ऐ बाबू !
देहिया छुव जनि छुवला के बेछुवा हो जाई
अरे त सुन !
का ह बोल ?
अरे !
आज पूरा क के जाईब आपन मन
की धन भले धुवा हो जाई
त आज पूरा क के जाईब आपन मन !
की धन भले धुवा हो जाई !!
भले धुआँ हो जाई !
हईसे देखईबू जे हावड़ा ब्रिज के, ध देहब गीज के चोली के चीज के
अरे की बोलची रे ..!
अरे तोरी माँ …!!
अरे नाच देखे आईल बाड़ देख बईठ के, ढेर जनि बोल बाबू हमसे अईठ के
बुझाता ?
अबही टाइट बा जवानी पाछे पुआ हो जाई
ह त बतिया मान ले !
आज पूरा क के जाईब आपन मन, की धन भले धुआँ हो जाई
त आज पूरा क के जाईब आपन मन !, की धन भले धुआँ हो जाई !!
धुआँ हो जाई ! धुआँ हो जाई !
भले धुआँ हो जाई !
लागेलु फाइन साइन करे द पेज प
पवन के संगे मैनेज कर सेज प
चल होने !, अरे छोड़ ..!, अरे छोड़ ना ..!!
ढेर जाना अईले आ ढेर जाना गईले, अरुण बिहारी मन पूरा ना कईले
हमरा पीछे प्रियंशुओ लफुआ हो जाई, आज पूरा क के जाईब आपन मन
की धन भले धुआँ हो जाई
त आज पूरा क के जाईब आपन मन !
की धन भले धुआँ हो जाई !!