Bichhdna Naseeb Tha Lyrics Hindi
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
वो उतनी दूर हो गया जितना क़रीब था
+++ म्यूजिक +++
फिरते हैं मारे मारे तेरी गलियों में रोज हम
पलकों में ले के आशूं और दिल में लिए जख़्म
बे मौत मार कर हमें आशूं बहाते हो
कितने दिलों को रोज़ यूँ इस तरह जलाते हो
मेरा घर जल रहा था समंदर करीब था
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
दिल के टुकड़े टुकड़े करके तूने क्या है पाया
दिल के टुकड़े टुकड़े करके तूने क्या है पाया
मार गए बे मौत हमें और जश्न भी मनाया
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था
मिलना था इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था